अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता मिशन 2021/INT GROUP Australia India and Uttrakhand

पूरे विश्व में साक्षरता दिवस 8 सितंबर को मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य समाज में लोगों के प्रति शिक्षा को प्राथमिकता देने को बढ़ावा देना है। साल 1966 में पहला साक्षरता दिवस मनाया गया था और साल 2009-2010 में सयुंक्त राष्ट्र साक्षरता दशक घोषित किया गया। तब से आज तक पूरे विश्व में 8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

अज्ञानता का अंधकार मिटेगा, शिक्षा से सुधार हो जाएगा।
रोटी, कपड़ा और मकान, पर शिक्षा से बनेगा देश महान।
शिक्षा है अतुल्य गहना, इसे हमेशा पहनाते रहना।
विश्व साक्षरता दिवस की बधाई।

साक्षरता दिवस का प्रमुख उद्देश्य नव साक्षरों को उत्साहित करना है। अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस हमारे लिये अहम दिवस है, क्योंकि हमारे जीवन में शिक्षा का बहुत अधिक महत्त्व है। हमारे देश में पुरुषों की अपेक्षा महिला साक्षरता कम है। हमें आज के दिन यह संकल्प लेना होगा कि हर व्यक्ति साक्षर बनें, निरक्षर कोई न रहे। हमें अपने यहाँ से निरक्षता को भगाना होगा। भारत में सर्वशिक्षा अभियान भी इसी दिशा में उठाया गया एक सार्थक कदम है। भारत में साक्षरता दर 75.06 है (2011), जो की 1947 में मात्र 18 % थी। भारत की साक्षरता दर विश्व की साक्षरता दर 84% से कम है। हमारे देश में 6-14 साल के आयु वर्ग के प्रत्येक बालक और बालिका को स्कूल में मुफ़्त शिक्षा का अधिकार है।

इसी विषय पर आपको बता दें 1 अगस्त 2021 से INTpresidentऑस्ट्रेलिया ,MrBhuvanBhattजी  के द्वारा उत्तराखंड में INT EDUCAREऐप जारी किया गया है, जिसमें कक्षा 1 से 12 तक के बच्चे निशुल्क संपूर्ण कोर्स के साथ शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं,जिसमें  रजिस्ट्रेशन एकदम फ्री रखा गया है आज काफी मात्रा में छात्र एवं छात्राएं जुड़ रहे हैं l


अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस का महत्व:
मानव विकास और समाज के लिये उनके अधिकारों को जानने और साक्षरता की ओर मानव चेतना को बढ़ावा देने के लिये अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है। सफलता और जीने के लिये खाने की तरह ही साक्षरता भी महत्वपूर्णं है। गरीबी को मिटाना, बाल मृत्यु दर को कम करना, जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करना, लैंगिक समानता को प्राप्त करना आदि को जड़ से उखाड़ना बहुत जरुरी है। साक्षरता में वो क्षमता है जो परिवार और देश की प्रतिष्ठा को बढ़ा सकता है। ये उत्सव लगातार शिक्षा को प्राप्त करने की ओर लोगों को बढ़ावा देने के लिये और परिवार, समाज तथा देश के लिये अपनी जिम्मेदारी को समझने के लिये मनाया जाता है।
blogger Editor Mohan Arya 9528297783