सुबे के राज्य मंत्री का पुत्र बिना अनुमति पहुंचा जोशीमठ ब्लॉक के उरगम घाटी तक
जोशीमठ (चमोली)। चमोली जिले में कोरोना संक्रमण के बढते मामलों के बीच सूबे के राज्य मंत्री के पुत्र का बिना अनुमति जोशीमठ ब्लॉक के उर्गम घाटी पहुंचने का मामला सामने आया है। मामले में पंचायत प्रतिनिधियों के हस्तक्षेप के बाद राजस्व पुलिस ने मामले में कार्रवाई शुरु कर दी है। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से आवाजाही करने वालों को लेकर रखी जा रही निगरानी की कार्रवाई अब सवालों के घेरे में है।
बता दें कि रविवार को सूबे के राज्य मंत्री विनोद आर्य का पुत्र पुलकित आर्य अपने दो साथियों के साथ उत्तराखंड शासन के लोगों लगे एक वाहन में उर्गम घाटी पहुंचा। जहां ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों ने उनसे आवाजाही की अनुमति अथवा एकांतवास का प्रमाण पत्र मांगा। लेकिन वह कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा सका। ऐसे में पंचायत प्रतिनिधियों ने मामले की जानकारी उप राजस्व निरीक्षक को देकर कार्रवाई की मांग की। जिस पर उप राजस्व निरीक्षक विजय डुंगरियाल ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन की। लेकिन दस्तावेज न होने के चलते उन्होंने तीनों लोगों की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। लेकिन वहीं मामले में दूसरी ओर तहसील प्रशासन की ओर से शासनादेश के अनुसार ग्रीन जोन से आवजाही करने की अनुमति की बात की जा रही है। जबकि जनपद चमोली में वर्तमान तक जिले के निवासियों को भी बदरीनाथ धाम जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। ग्राम प्रधान ल्यांरी थैंणा अनूप नेगी, देवग्राम देवेंद्र सिंह रावत व प्रदीप राणा ने पुलकित आर्य के घाटी तक बिना अनुमति पहुंचने पर प्रशासन की निगरानी की कार्रवाई पर सवाल उठाया है। उन्होंने मामले में जिला प्रशासन से निगरानी में कोताही करने वाले अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग उठाई है।
ऋषिकेश निवासी पुलकित आर्य अपने तीन साथियों के साथ उर्गम गांव में पहुंचा है। जिसकी जानकारी मिलने पर आवाजाही के लिए अनुमति अथवा अन्य दस्तावेज मांगे जाने पर वे कुछ भी प्रस्तुत नहीं कर सके हैं। ऐसे में मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई है। मामले में उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
विजय डुंगरियाल, उप राजस्व निरीक्षक, उर्गम।
उर्गम पहुंचे तीन युवकों की जांच के लिये कर्मचारियों को भेजा गया है। जांच में शासनादेश के अनुसार सभी दस्तावेज पाये गये। वाहन का एमबी एक्ट में चालान कर दिया गया है।
अनिल चन्याल, उप जिलाधिकारी, चमोली।
अनिल चन्याल, उप जिलाधिकारी, चमोली